"दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ आपने अकà¥à¤¸à¤° कई बार देखा होगा जहाठपर शबà¥à¤¦ काम नहीं आते वहां पर कलम काम आती है। कलम की कोई आवाज़ ना होकर à¤à¥€ वह अपने शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से अपना सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ लकà¥à¤·à¥à¤¯ तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ का काम करती है। à¤à¤¸à¥€ कोई à¤à¥€ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ नहीं है जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कलम से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ ना किया जा सके, बलà¥à¤•à¤¿ जहाठपे मà¥à¤– मौन हो जाते हैं वहां कलम दवा बन कर सामने आती है।मनà¥à¤·à¥à¤¯ की वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त विशेषता है कि वह किसी à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किठबिना नहीं रह सकता । à¤à¤¸à¥‡ ही कà¥à¤› उमà¥à¤¦à¤¾ कवियों की कविताओं से सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ कर हमने ये किताब 'कलम बेज़à¥à¤¬à¤¾à¤ ' बड़े पà¥à¤¯à¤¾à¤° और सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ से आप सब के समकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की है। उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है आपको ये किताब पसंद आये और आप इसे अपना ढेर सारा पà¥à¤¯à¤¾à¤° दें। संकलनकरà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤® सिंह यादव डॉ.महिमा दà¥à¤¬à¥‡"
MERE JAZBAT
₹300.00Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur erit qui in ea voluptate
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