"रख दे चाहे शमशीर ही कà¥à¤¯à¥‚ठना हमारे गरà¥à¤¦à¤¨ पर कोई मगर तोड़ सकता नहीं मेरे बà¥à¤²à¤‚द हौसलों को आगे बà¥à¤¨à¥‡ से। पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£à¤¾ कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ चलने से कहा थकता हैं 'आफ़ताब-à¤-आब', मेरा इक़रार तो 'सफर शिखर तक' जाना हैं l सà¥à¤°à¤œ कà¥à¤®à¤¾à¤° कà¥à¤¶à¤µà¤¾à¤¹à¤¾ सफ़र से शिखर तक मैंने वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को रोते देखा है, वक़à¥à¤¤ बदलते, पर हिमà¥à¤®à¤¤ का दीप नहीं बà¥à¤à¤¤à¥‡ देखा है। दिवà¥à¤¯à¤¾ गंगवार मैं खà¥à¤¦ से खà¥à¤¦ की पहचान कà¥à¤¯à¤¾ लिखूà¤, हूठनादान परिनà¥à¤¦à¤¾ फिर अपनी उड़ान कà¥à¤¯à¤¾ लिखूठ? यादव बलराम टाणà¥à¤¡à¤µà¥€"
MERE JAZBAT
₹300.00Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur erit qui in ea voluptate
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