वातà¥à¤¸à¤²à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ होता है? बचपन की परिà¤à¤¾à¤·à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ होती है? माठकी ममता कैसी होती है? बचà¥à¤šà¤¾, माठके साथ कौनसे à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥‹à¤‚ से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ होता है? ये सब मेरे लिठà¤à¤• पहेली जैसा था। इस पहेली का जवाब à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ही दे सकता है, जो इन शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के मायने जानता हो और वह à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ वही होता है जिसके पास माठहै। वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त रूप से अपनी बात करूठतो मैं तो इन सब शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž थी, तब तक कि, जब तक कि मैंने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ मातृतà¥à¤µ को महसूस नहीं किया था। अपने बचà¥à¤šà¥‡ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ ममतà¥à¤µ उस दिन से ही उमड़ पड़ता है जिस दिन à¤à¥à¤°à¥‚ण माठके उदर में जनà¥à¤® लेता है। à¤à¤¸à¤¾ अनà¥à¤à¤µ साधारणतया à¤à¤• माठही कर सकती है। किंतॠमैं सिरà¥à¤«à¤¼ अपना अनà¥à¤à¤µ इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के माधà¥à¤¯à¤® से आप तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¤¾ चाहती हूà¤à¥¤
Godh ki oat mai
₹119.00Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur erit qui in ea voluptate
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