रूहानी कहानी...….. क़लम की ज़à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€ ! जैसे की नाम में ही बयां हो जाता है कि इस क़िताब में रà¥à¤¹ की कशिश को समेटा गया है। हर इंसान की जिंदगी में कà¥à¤› लमà¥à¤¹à¥‡à¤‚, कà¥à¤› यादें à¤à¤¸à¥€ होती हैं जिनको वो दोबारा जीना चाहता है या फिर ये कहना सही होगा कि उन सà¤à¥€ लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को वो खà¥à¤¦ में, दिल के किसी कोने में छà¥à¤ªà¤¾ कर रखता है और जब à¤à¥€ खà¥à¤¦ के साथ वकà¥à¤¤ बिताना हो वो उन सब लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को और यादों को अपनी रà¥à¤¹ के साथ जीने के लिठनिकल पड़ता है। कहीं ना कहीं मà¥à¤à¥‡ लगता है कि मेरी कविताà¤à¤‚ और गजलें आपको अपनी जिनà¥à¤¦à¤—ी से जोड़ने में मददगार साबित होंगी।इस क़िताब में अपने उन लमà¥à¤¹à¥‹à¤‚ को जो मेरे दिल के करीब रहे हैं, शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤® से बयां कर रही हूं। ये मेरी पहली किताब है जिसमे मैंने अपने दिल और रà¥à¤¹ के सà¤à¥€ ज़जà¥à¤¬à¤¾à¤¤à¥‹à¤‚ को लिखने की कोशिश की है। इशà¥à¤•à¤¼, मोहबà¥à¤¬à¤¤ और पà¥à¤¯à¤¾à¤° के अनगिनत रूप है। कà¤à¥€ ये सà¥à¤•à¥‚न बनता है तो कà¤à¥€ दरà¥à¤¦, कà¤à¥€ जà¥à¤¦à¤¾à¤ˆ बन कर आंसू दे जाता है। इशà¥à¤•à¤¼ के इन सà¤à¥€ रूपों को मैंने रूहानी कशिश के साथ पेश किया है। इसी तरह जिनà¥à¤¦à¤—ी के à¤à¥€ अपने अलग रूप और मायने होते हैं। हर इंसान जिनà¥à¤¦à¤—ी को à¤à¤• अलग ही अंदाज में देखता है और जीता है। मेरे लिठजिनà¥à¤¦à¤—ी के जो मायने है और उसके अलग अलग पहलà¥à¤“ं पर मैंने शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ के जरिठथोड़ा बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालने की कोशिश की है।
Ruhaani Kahani - Kalam ki zubaan
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