सà¥à¤¨à¥‹ न माठसà¥à¤¨à¥‹ न माà¤! आज जज़à¥à¤¬à¤¾à¤¤ ये जो लिख रही हूà¤, तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ याद संग आà¤à¤–ों में अशà¥à¤°à¥ à¤à¥€ लिठहà¥à¤ हूà¤à¥¤ जब बोला था मैंने पहला शबà¥à¤¦, वो था “ममà¥à¤®à¤¾â€ और खà¥à¤¶à¥€ से रो पड़ी थी आप कह , “मेरी परी, मेरा अंश, मेरे जिगर का टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¤¾", शबà¥à¤¦ मौन हो सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§-निशबà¥à¤¦, अपलक देखती रही होंगी आप मेरा मà¥à¤–ड़ा। की हर ख़à¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶ पूरी, खà¥à¤¶à¤¬à¥‚ -à¤-रूह बन ग़मगà¥à¤¸à¤¾à¤°, हमेशा ठंडक दी बन तरà¥à¤µà¤° की छाà¤à¤µ, छà¥à¤ªà¤¾ लो न फिर बढ़ा अपने आà¤à¤šà¤² की छाà¤à¤µà¥¤ आरज़ू है दिल की करूठआपसे गà¥à¤«à¤¼à¥à¤¤à¤—ू, ढूà¤à¥à¤¤à¤¾ है दिल वो ही पà¥à¤°à¤«à¤¼à¥à¤¸à¥‚ठ-लमà¥à¤¹à¥‡ बेसाख़à¥à¤¤à¤¾ यही है अब तमनà¥à¤¨à¤¾ और जूसà¥à¤¤à¤œà¤¼à¥‚।
Kahaniyo ka Guldasta
₹140.00Quis autem vel eum iure reprehenderit qui in ea voluptate velit esse quam nihil molestiae consequatur, vel illum qui dolorem eum fugiat quo voluptas nulla pariatur erit qui in ea voluptate
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