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Ghutan

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घुटन क्या हैं? दिल में दबा जज़्बात हैं घुटन, जो हम किसी और से नही कह सकते | अगर हम हमारे आसपास देखे तो हमारा समाज अनेक *समस्यायों* से जूझ रहा है | मासिक धर्म को लेकर समाज में चल रही कुरीतियां आज भी महिलाओं के प्रगति में बाधा बनी हुई हैं , जब हम अपने ज़ेहन में चलते भाव को व्यक्त नहीं कर पाते तो वो घुटन हमें जीने नही देती | चाहे कोई भी समस्या हो उसका समाधान होता हे, घुटन तब तक हमें आजादी नही बक्स दे गी जब *तक* हम व्यक्त करना शुरू नहीं करेंगे चाहे हमारे कलम से हो या वाणी से , हम जितना व्यक्त करेंगे उतना ही मन को शांत महसूस कारा सकते हैं |

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ISBN: 978-93-5452-353-3 | Language: English | Pages: 130
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" My books are marked down because most of them are marked with a on the edge by publishers. "

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