Charoo Sharma
"My books are marked down because most of them are marked with a on the edge by publishers."
इस किताब की लेखिका चारू शरà¥à¤®à¤¾ वह 32 साल की है। अजमेर में जनà¥à¤®à¥€ और पली-बढ़ी। पेशे से शिकà¥à¤·à¤• है और जà¥à¤¨à¥‚न से लेखक है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अजमेर से सà¥à¤•à¥‚ली शिकà¥à¤·à¤¾ पूरी की, और सोफिया गरà¥à¤²à¥à¤¸ कॉलेज, अजमेर से अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ साहितà¥à¤¯ में सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• किया। उनका लेखन - पà¥à¤°à¥‡à¤®, दà¥à¤ƒà¤– और पीड़ा को सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ करता है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लिखते हà¥à¤ 15 साल हो गठहैं । उनका मानना है कि जब à¤à¥€ वो खाली पनà¥à¤¨à¥‡ पर कलम चलाती हैं, तो उनका दिल किसी दूसरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ में चला जाता हैं, और वहां के अलà¥à¤«à¤¾à¤œà¥‹à¤‚ को वो खाली काग़ज़ पर उकेर देती हैं, जो कि हर किसी के बस में नहीं है à¤à¤¸à¤¾ करना । बहà¥à¤¤ कम है वो लोग जिन पर खà¥à¤¦à¤¾ मेहरबान हैं । उनका यह à¤à¥€ मानना है कि *I Live to write and write to Live*... उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लिखने की अपनी इस रà¥à¤šà¤¿ को बनाठरखा है। आप उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ [email protected] पर मेल कर सकते हैं । और इंसà¥à¤Ÿà¤¾à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® पर उसका अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करें: silent_the_writer18