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Punarsangam

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पुनर्संगम' , पुस्तक 'संगम' का द्वितीया संस्करण है। जैसे की नाम से ही ज़ाहिर है, ये पुस्तक प्रथम संस्करण की भांति अनेकों कवियों की रचनाओं का संगम है। चूँकि यह संगम का द्वितीया संस्करण है इसलिए इसका नाम पुनर्संगम रखा गया है। अर्थ के आधार पर देखा जाए तो पुनर्संगम का अर्थ है दुबारा संगम।

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ISBN: 978-93-89923-96-4 | Language: Hindi | Pages: 97
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